
एक साल में 24 एकादशी के व्रत रखे जाते हैं. हर महीने में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है. एक कृष्ण तो दूसरा शुक्ल पक्ष में. धार्मिक मान्यता है कि एकादशी तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है. साथ ही सभी मनोकामना पूरी होती है. इस दिन किया गया व्रत अनेक फल की प्राप्ति कराता है.
वहीं, इस बार फाल्गुन माह की पहली एकादशी पड़ने जा रही है, जिस विजया एकादशी कहा जाता है. विजया एकादशी पर तुलसी पूजा का बड़ा महत्व है. इस दिन तुलसी से जुड़े विशेष उपाय करने से जीवन में तमाम कष्ट दूर हो जाते हैं. लक्ष्मी की कृपा मिलती है, जिससे धन प्राप्ति होती है. तो आइए जानते हैं कि विजया एकादशी पर किन उपायों से कौन से लाभ ले सकते हैं…
विजया एकादशी का मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है. इस वर्ष यह तिथि 23 फरवरी को दोपहर 1:55 बजे से प्रारंभ होकर 24 फरवरी को रात 1:44 बजे तक रहेगी. सनातन धर्म में उदया तिथि का महत्व अधिक होने के कारण, विजया एकादशी का व्रत 24 फरवरी को रखा जाएगा.
जरूर करें ये उपाय
1. नौकरी में अगर बहुत प्रयास के बाद भी विघ्न-बाधा आ रही है तो एकादशी के दिन तुलसी पर 11, 21 या 51 दीपक जलाकर तुलसी चालीसा का पाठ करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से सारी बाधाएं दूर होती हैं.
2. विजया एकादशी के दिन तुलसी के पौधे पर कलावा चढ़ाएं. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है, जिससे सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
3. वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि के लिए तुलसी के पौधे को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करना लाभकारी है. इससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है.
4. बहुत प्रयास के बाद भी विवाह में देरी हो रही है तो इसको दूर करने के लिए विजया एकादशी के दिन तुलसी और शालिग्राम भगवान की पूजा अवश्य करें. इससे न केवल वैवाहिक जीवन में बल्कि पारिवारिक जीवन में भी विशेष लाभ प्राप्त होता है.