यशोदा जयंती के दिन करें ये एक काम, भर सकती है सूनी गोद

फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पर यशोदा जयंती मनाई जाती है। इस दिन श्री कृष्ण की पूजा माता यशोदा के साथ की जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो भी महिलायें यशोदा जयंती के दिन व्रत रख श्री कृष्ण और माता यशोदा की आराधना करती हैं उन्हें संतान सुख प्राप्त होता है और संतान का भाग्य भी तेजमय एवं समृद्ध हो जाता है। इस साल यशोदा जयंती 18 फरवरी, दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। ऐसे में कुछ विशेष उपाय करने से सूनी गोद भी भर सकती है और संतान का भविष्य उज्जवल बन सकता है।

यशोदा जयंती पर संतान प्राप्ति के उपाय
यशोदा जयंती के दिन विशेष रूप से यशोदा माता की पूजा करनी चाहिए। इस दिन पूजा में उनका ध्यान करते हुए संतान सुख की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। आप यशोदा माता की मूर्ति या चित्र को स्नान कराकर शुद्ध करके पूजा कर सकते हैं। यशोदा माता का गहनों से श्रृंगार करें। लड्डू, दूध, फल आदि का भोग अर्पित करें। ‘ॐ यशोदानन्दने नमः’ का जाप करें। यह उपाय संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपतियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है।

यशोदा जयंती के दिन गोवर्धन पूजा और श्री कृष्ण की कथा सुनने का भी महत्व है। श्री कृष्ण के बाल रूप और उनकी लीला का स्मरण करते हुए कथा सुनने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। घर में कृष्ण कथा या भजन संकीर्तन का आयोजन करें। श्री कृष्ण के बाल रूप का ध्यान करते हुए उनसे संतान सुख की कृपा प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। यह उपाय संतान के अच्छे भविष्य की दिशा में भी मदद करता है। संतान के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

यशोदा माता का दूध से गहरा संबंध है, इसलिए इस दिन दूध और मीठे पदार्थ का दान करना बहुत लाभकारी होता है। इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को दूध, दही, लड्डू या मिठाई का दान करें। इस दिन दान करने से संतान सुख और जीवन के अच्छे भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त होता है। दान करने से पुण्य मिलता है, और यह संतान सुख की प्राप्ति के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। साथ ही, संतान का भविष्य भी उज्जवल होता है।

यशोदा माता को फूल और फल अर्पित करना शुभ माना जाता है। इस दिन घर के आंगन या पूजा स्थल पर जल का छिड़काव करें और शुभ फल अर्पित करें। घर के प्रत्येक स्थान पर पानी छिड़कें, खासकर पूजा स्थल पर। यशोदा माता को फल और फूल अर्पित करें और संतान के अच्छे भविष्य के लिए प्रार्थना करें। यह उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे संतान की वृद्धि और विकास में सहायक होता है।

यशोदा जयंती के दिन रात के समय घर में दीपक जलाना बहुत लाभकारी होता है। दीपक से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और संतान के जीवन में भी उजाला आता है। रात के समय घर में दीपक जलाकर संतान के अच्छे भविष्य के लिए प्रार्थना करें। यशोदा माता के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण का नाम जपना भी संतान सुख के लिए लाभकारी होता है। ‘ॐ श्री कृष्णाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।

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